tag:blogger.com,1999:blog-30033111.post116436432286078600..comments2023-05-07T20:52:19.270+05:30Comments on बिहारी बाबू कहिन: जिगर मा नहीं आग हैPriya Ranjan Jhahttp://www.blogger.com/profile/17278660458199737780noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164697021280718562006-11-28T12:27:00.000+05:302006-11-28T12:27:00.000+05:30अगर आज पेट की आग ने जिगर की आग को दबा के रख दिया ह...अगर आज पेट की आग ने जिगर की आग को दबा के रख दिया है तो गांधी, लोहिया के समय पेट की आग कहाँ थी? असली बात तो यह है भईये कि हमारे पास अब जिगर ही नही बचा। अगर होता तो उसमें आग भी जरूर होती।<BR/>"रगो मे दौड़ते फिरने के हम नही कायल,<BR/>जब आखँ ही से न टपका तो फिर लहू क्या है।"Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164469936122822552006-11-25T21:22:00.000+05:302006-11-25T21:22:00.000+05:30वाह क्या लेखन है हमे तो आपको अपना गुरु बनाना होगावाह क्या लेखन है हमे तो आपको अपना गुरु बनाना होगाबनारसी बाबूhttps://www.blogger.com/profile/01003820825446017981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164429568901051742006-11-25T10:09:00.000+05:302006-11-25T10:09:00.000+05:30"...'तुम्हरा जिगर तो सहिए जगह पर है, लेकिन इसकी आग..."...'तुम्हरा जिगर तो सहिए जगह पर है, लेकिन इसकी आग कहीं औरो शिफ्ट हो गई है। अब अगर तुमको अपनी आग ढूंढनी हो, तो पेट औरो उसके नीचे ढूंढना, पूरी आग वही जल रही है।' ..."<BR/><BR/>जबरदस्त, धारदार व्यंग्य. :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164378661043745022006-11-24T20:01:00.000+05:302006-11-24T20:01:00.000+05:30भाई साहब, दमदार है आपकी लेखनी । आपका पोस्ट अवश्य प...भाई साहब, दमदार है आपकी लेखनी । आपका पोस्ट अवश्य पढ़ता हूँ ।Prabhakar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04704603020838854639noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164374860252138852006-11-24T18:57:00.000+05:302006-11-24T18:57:00.000+05:30बिहारी बाबू बहुत सही लिखे होमैँ तो आपकी इस अदा का ...बिहारी बाबू बहुत सही लिखे हो<BR/>मैँ तो आपकी इस अदा का कायल हो गयाbhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164373822220838392006-11-24T18:40:00.000+05:302006-11-24T18:40:00.000+05:30सबसे अच्छा उपाय है कि किसी के पेट की आग ही बुझने न...सबसे अच्छा उपाय है कि किसी के पेट की आग ही बुझने ना दी जाये, पेट के नीचे की आग बुझाने और जिगर की आग भड़काने के लिये.....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164370953570445802006-11-24T17:52:00.000+05:302006-11-24T17:52:00.000+05:30बहुत खुब. अच्छे लिखे हो. जिगर की आग तभी भड़कती है ज...बहुत खुब. अच्छे लिखे हो. <BR/>जिगर की आग तभी भड़कती है जब पेट की आग शांत होती है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30033111.post-1164368660334024822006-11-24T17:14:00.000+05:302006-11-24T17:14:00.000+05:30PRJ,क्लासिक लेखन है आपका। नवभारत में हमेशा पड़ता हू...PRJ,<BR/>क्लासिक लेखन है आपका। नवभारत में हमेशा पड़ता हूं। आज इंतजार कर रहा था की टिप्प्णी करनी है।<BR/>बहुत खूब!Anonymousnoreply@blogger.com